मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों से सूर्योदय देख रहा हूँ! मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों से सूर्योदय देख रहा हूँ!
मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों सूर्योदय देख रहा हूँ! मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों सूर्योदय देख रहा हूँ!
मुझे रोती देख तुम भी हो आँसू बहाती मुझे हँसते देख तुम भी हो खुशी से गाती मेरी प्यारी मम्मी हो ... मुझे रोती देख तुम भी हो आँसू बहाती मुझे हँसते देख तुम भी हो खुशी से गाती म...
परिवार ना हो तो कुछ ना होगा बस अंधकारमय जीवन ही होगा। परिवार ना हो तो कुछ ना होगा बस अंधकारमय जीवन ही होगा।
आत्महत्या कायरों का काम है तुम ये काम मत करो! आत्महत्या कायरों का काम है तुम ये काम मत करो!
इस कविता में मैंने जीवन के संघर्ष की कुछ पंक्तियाँ लिखी हैं... इस कविता में मैंने जीवन के संघर्ष की कुछ पंक्तियाँ लिखी हैं...